well said
सोंच- संभाल कर
बोली के जादू को काम में लाओ .
बातों के रंग
निराले होते हैं.
ना जाने कब , कैसे
किसी की बातें
दिल में उतर कर मन मोह लेतीं हैं.
किसी की , तीर बन दिल को चीर जातीं हैं,
नश्तर बन मन को छलनी कर देतीं हैं.
well said
सोंच- संभाल कर
बोली के जादू को काम में लाओ .
बातों के रंग
निराले होते हैं.
ना जाने कब , कैसे
किसी की बातें
दिल में उतर कर मन मोह लेतीं हैं.
किसी की , तीर बन दिल को चीर जातीं हैं,
नश्तर बन मन को छलनी कर देतीं हैं.